थी जिसने 1957 में डिजिटल इक्विपमेण्ट नामक उद्यम के लिए पूंजी जुटाई थी ।
2.
उद्यम के लिए पूंजी, आभूषण, गहना, अभिकल्पक, रूपांकक, षड्यन्त्रकारी, सुनार, स्वर्णकार, ____________________________________________________________________________________
3.
बहरहाल, किसी स्वतन्त्र उद्यम के लिए पूंजी की व्यवस्था कर लेने उन कमीशन एजेंटों के इस देश में बड़ी उत्साहजनक बात थी जिनकी एकमात्र आकांक्षा केवल विदेशी माल का प्रदर्शन करना और बेचना होता था।